शुक्रवार, 11 नवंबर 2022

64 KB के नये ECHS कार्ड बनाने या आश्रितों को जोड़ने वाला काम अब अपने मोबाईल से ही करें....

     "आप सदा चुनौतियों को स्वीकार करो,

क्योंकि इससे या तो सफलता  मिलेगी या फिर शिक्षा ।" 

     आज के दौर में शिक्षा एवं चिकित्सा दोनों ही दिन पर दिन महंगी होती जा रही हैं। भगवान जी का दिया हुआ सबसे बड़ा उपहार हमारा स्वास्थ्य शरीर है। इसलिए सभी लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना चाहिए। राज्य सरकारों द्वारा अपने कर्मचारियों और उनके आश्रितों के लिए SGHS (State Government Health Scheme) कार्ड की सुविधा और केंद्रीय कर्मचारियों और उनके आश्रितों के लिए CGHS (Central Government Health Scheme) कार्ड की सुविधा तथा सभी पूर्व सैनिकों, वीर नारियों और उनके आश्रितों तथा NCC कैडेट्स के लिए केंद्र सरकार द्वारा ECHS (Ex serviceman Contributory Health Scheme) की सुविधा दी जाती है। आप अपने घर बैठे ECHS के नए 64 KB के कार्ड अपने मोबाइल फोन से भी बना सकते हैं। लेकिन आज भी बहुत सारे हमारे पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के ECHS कार्ड नहीं बने हैं। लिहाजा वे सभी सरकार की इस सुविधा से वंचित हैं।

     आज आपको घर बैठे अपने मोबाइल या कंप्यूटर से ECHS के 64 kb के कार्ड बनाने का बहुत ही आसान तरीका बताने जा रहा हूं। अगर आप अपनी और अपने आश्रितों की पूरी डिटेल पहले से तैयार रखें तो आप कुछ ही मिनटों में नये कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन करने में सफल हो पायेंगे।

     आपको 64 KB के नए कार्ड के लिए आवेदन करने से पहले ECHS की वेबसाईट https://echs.sourceinfosys.com/ पर अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा।


जिस्ट्रेशन करने का तरीका :-


पूर्व सैनिकों की दूसरी पारी की शुरुआत के लिए AWPO की भूमिका...

     इस फॉर्म को भरते समय कुछ ध्यान में रखने वाली बातें, जहां पर ज्यादातर पूर्व सैनिक या उनके आश्रित
 गलती करते हैं और एप्लीकेशन रिकॉर्ड ऑफिस द्वारा रिजेक्ट कर दी जाती हैं :-

(1). Select Category : इनमें से अपनी कैटेगरी को select करें :-

(2). Select Service Category : यहां पर सर्विस कैटेगरी को भरना है।

फौजी पत्नियों का परिवार और देश के प्रति त्याग...🌹🙏

(3). Prefix : जैसे JC, IC आदि

(4). Service Number : यहां बिना letter के सर्विस नंबर लिखना है, जैसे 4189719।

(5). Suffix : यहां पर सर्विस नम्बर के पीछे वाला letter, जैसे A, M, N, X आदि भरना है।


     उपरोक्त सभी डिटेल्स भरने के बाद आप Register में क्लिक करें। यहां पर आपका सफलतापूर्वक रजिस्ट्रेशन हो जाता है। अब आपके रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर पर user ID और पासवर्ड आ जायेगा। अब आपको दुबारा ECHS की वेबसाईट में जाकर अपने user ID (मोबाईल नम्बर) और पासवर्ड की सहायता से लॉगिन करना है।

नोट :- सन् 1996 से पहले रिटायर हुए पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों के ECHS कार्ड निः शुल्क बनाए जाएंगे। उनको यह सुविधा लेने के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं जमा करना होगा। 

     लेकिन सन् 1996 के बाद सेवानिवृत हुए पूर्व सैनिकों (जिनका रिटायरमेंट के समय कार्ड के लिए पैसा जमा नहीं किया था) और उनके आश्रितों को पद के अनुसार MRO लखनऊ CDA के नाम बनाना होगा :-

(1). अन्य पद (ORs) - ₹ 30,000/-

(2). सरदार साहिवान (JCOs) - ₹ 67,000/-

(3). अधिकारी पद (Officers) - ₹ 1,20,000/-


लॉगिन करने के बाद एप्लीकेशन भरने का तरीका :


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     लॉगिन करने के बाद एप्लीकेशन खुलते ही सबसे पहले इसमें अपनी कैटेगरी को select करें जैसे - जिनके पास 32 kb के पुराने कार्ड हैं तो वे Online application form for old 32 kb Card Holder पर क्लिक करें। 

Ex-Servicemen Details :

इसमें पूर्व सैनिक का पूरा ब्यौरा ध्यान से भरें :-


1. पूर्व सैनिक का नाम और सर्विस नंबर।

2. ESM के Gender को select करें।

3. पूर्व सैनिक की जन्मतिथि डिस्चार्ज बुक के अनुसार भरें।

4. Citizenship में Indian/Nepalese को select करें।

5. Last unit served में पूर्व सैनिक की यूनिट लिखें।

6. ESM date of Commission/Enrollment में पूर्व सैनिक की भर्ती की तारीख भरें।

7. ESM date of Retirement/Discharge में फौज से सेवानिवृत की तारीख भरें।

8. ESM service में Army/Air Force/Navy अपनी सर्विस के अनुसार select करें।

9. ESM Category में पूर्व सैनिक की कैटेगरी जैसे - OR/JCO को क्लिक करें।

10. ESM Rank में पूर्व सैनिक का पद जैसे - Sepoy/Naik/Havildar/Subedar को select करें।

11. ESM Record Office में पूर्व सैनिक के रिकॉर्ड ऑफिस को select करें। जैसे - The Kumaon Regt, Ranikhet

12. Type of Pension में सर्विस पेंशन/फैमिली पेंशन पर क्लिक करें।

13. Select ESM Status में यदि पूर्व सैनिक जीवित हैं तो Ex-servicemen Alive में क्लिक करें। साथ ही ESM PPO नंबर और पुराने ECHS कार्ड नंबर भी भरें। और यदि पूर्व सैनिक की मृत्यु हो गई है तो Ex-servicemen Deceased को select करें। यहां पर PPO नंबर, पुराने ECHS कार्ड नंबर और पूर्व सैनिक की मृत्यु की तारीख भी भरें।


सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों की सहायता के लिए हेल्पलाइन जारी...👇


Primary Beneficiary Details (ESM/Family Pensioner) :

     सबसे पहले बाएं तरफ में Primary Beneficiary की फोटो अपलोड करें। दाएं तरफ प्राइमरी बेनिफिशियरी के हस्ताक्षर या अंगूठे के निशान की फोटो खींचकर अपलोड करें।

     अब Primary Beneficiary (ESM/Family Pensioner) का पूरा ब्यौरा डिस्चार्ज बुक के अनुसार भरें :-

1. Primary Beneficiary का नाम।

2. Gender को Select करें।

3. Mobile Number और E-mail ID भरें।

4. Disability Details में Not applicable को select करें।

5. पूर्व सैनिक की Date of birth और Monthly Income भरें।

6. Permanent State में पूर्व सैनिक का स्थाई राज्य को select करें।

7. आधार स्टेटस में Available/Not Available क्लिक करें। 

8. Aadhar No में आधार कार्ड का नंबर और Enter PAN No में पैन कार्ड का नंबर लिखें। 

9. Select Marital status में से Married/Un-married में क्लिक करें।

10. Select Blood Group में Primary Beneficiary का ब्लड ग्रुप सही भरें।

11. Do Primary Beneficiary have drug Allergies में Yes/No पर क्लिक करें।

12. अब यहां पर बैंक अकाउंट नंबर, IFSC कोड, बैंक का नाम और बैंक का पूरा पता भरें।

13. अब Regional Centre, Parent Polytechnic और स्टेशन हेडक्वार्टर को select करें।

14. Enter Primary Beneficiary Permanent address में स्थाई पता भरें।

15. Current address of Primary Beneficiary तभी भरें जब permanent address और current address अलग अलग हैं। नहीं तो current address में Current address is same as permanent address पर क्लिक करें।


ऑपरेशन सिंदूर के बाद की भविष्यवाणी...🇮🇳

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Dependent Details : 

     यहां भी बाएं तरफ फोटो और दाएं तरफ dependent के हस्ताक्षर या अंगूठे के निशान की फोटो खींचकर अपलोड करें।
     अब dependent की पूरी डिटेल भी डिस्चार्ज बुक के अनुसार ही भरें अन्यथा डिटेल गलत होने पर रिकॉर्ड ऑफिस से रिजेक्ट किया जा सकता है :-

1. Dependent Name में पूरा नाम लिखें।

2. Disability Details भरें।

3. Select Relation में पूर्व सैनिक के साथ रिश्ता select करें।

4. Enter date of birth में dependent की सही जन्मतिथि डिस्चार्ज बुक के अनुसार ही भरें।

5. Select Marital status में Married/Un-married पर क्लिक करें।

6. Enter Monthly Income में अगर dependent की महीने की आय है तो, भरें।

7. यहां E-mail ID और मोबाईल नंबर लिखें।

8. Aadhar Status एवं आधार कार्ड नंबर भरें।

9. अब dependent का Gender और ब्लड ग्रुप को select करें।

10. यदि पैन कार्ड हो तो पैन नंबर भरें।

11. Do Dependent have drug Allergies को भरें।


सेवारत एवं पूर्व सैनिकों के बेटियों के लिए...

Add Dependant :

     यहां क्लिक करके पूर्व सैनिक और वीर नारियां अपने आश्रितों या किसी कारण वश छूटे हुए परिवार के सदस्यों के ECHS कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं।



ECHS में 80 साल से ऊपर के आश्रितों को भारी छूट 👇.....


नोट :- इसी प्रकार राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले, केन्द्रीय कर्मचारियों और रक्षा पेंशनरों से संबंधित सटीक जानकारी के लिए आप इस लिंक 👉 adhikariarmy.blogsp एमकेqot.com पर क्लिक कर सकते हैं या आप Google पर सीधे adhikariarmy.blogspot.com टाईप कर सकते हैं।

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🙏🇮🇳जय हिन्द🇮🇳🙏 

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रविवार, 6 नवंबर 2022

अग्निवीर बनने वाले युवाओं के नाम एक संदेश (रानीखेत भर्ती)

*🙏💐 ॐ नमः शिवाय 💐🙏*

     जिनके सपनों में उड़ान होती है वो कभी भी जिन्दगी में हार नहीं मानते हैं।


     आप सभी सम्मानित बन्धुओं और मातृशक्तियों को सूचित करते हुए काफी हर्ष हो रहा है कि कल दिनांक 07 नवंबर 2022 से 13 नवंबर 2022 तक कुमाऊं रेजीमेंट सेंटर रानीखेत के सोमनाथ ग्राउंड में भारतीय सेना में शामिल होने के लिए यूनिट हेडक्वार्टर कोटे की अग्निवीर भर्ती का आयोजन किया जा रहा है। सभी इच्छुक एवं योग्य युवा उम्मीदवारों को मेरे और परिवार की ओर से बहुत-बहुत अग्रिम बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं। 
      लगातार 10 - 12 सालों में हुई पिछली भर्तियों के देखते हुए मैं अपना अनुभव आप सभी के साथ साझा करना चाहता हूं। क्योंकि मैं इन पॉइंट्स को इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवारों और उनके अभिभावकों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण समझता हूं। कुछ बच्चे भर्ती के नाम पर रानीखेत में स्थित *रानीझील और प्राकृतिक रूप से बने गोल्फ ग्राउंड* आदि जैसे प्रसिद्ध स्थानों में घूमने मात्र के लिए ही यहां पहुंचते हैं। जो कि काफी सोचनीय विषय है। क्योंकि जिस समय उनको अपने कैरियर बनाने में ध्यान देना चाहिए, उस समय पर वो लोग रानीखेत के प्रसिद्ध स्थलों के सौंदर्य का आनंद ले रहे होते हैं। हमें हमेशा कोशिश करनी चाहिए कि इस प्रकार से हम अपने अविभावकों का पैसा और अपना अमूल्य समय बर्बाद ना करें और इन चीजों का सदुपयोग हेतू अन्य लोगों का भी मार्गदर्शन करें। मेरा मानना है कि अगर आप उत्तराखण्ड से ही आते हैं तो आपको इस देवभूमि उत्तराखंड की सुंदरता और संस्कृति बताने की जरूरत नहीं पड़नी चाहिए। लेकिन अगर आप भारत के अन्य किसी भी राज्य से यहां पहुंच रहे हैं तो आप इन अवसरों के अलावा भी कभी अपनी व्यस्त दिनचर्या  में से समय निकालकर यहां की सुंदरता को अनुभव कर सकते हैं। क्योंकि जिस समय आप भारतीय सेना में भर्ती के लिए रानीखेत पहुंचते हैं तो आपके साथ - साथ आपके सभी प्रियजन हमेशा आपकी शानदार सफलता की कामना करते हैं। जब भर्ती के परिणाम घोषित किए जाते हैं तो उस समय इस प्रकार के उम्मीदवारों का चयन होना काफी कठिन होता है फिर अपनी मेहनत और परिणामों का अंदाजा लगाते हुए भी वो अपनी जान देने की कुछ पोस्ट बनाकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रसारित कर देते हैं जिससे उनके घरवालों के साथ साथ अन्य लोगों में भी डर का माहौल बना रहता है। जो कि उचित नहीं है। 

     मेरा ऐसा मानना है कि अग्निवीर भर्ती  के परिणामों में जिन बच्चों का किसी भी कारण से चयन नहीं होता है उन्हें मैं एक मैसेज देना चाहता हूं कि असफलता भी हमारी ही जिन्दगी का एक हिस्सा है। क्योंकि किसी भी परिणामों के दो ही पहलू होते हैं सफलता और असफलता । किसी भी परीक्षाओं में असफल हुए उम्मीदवार बिल्कुल भी उदास ना होवें और जीवन में कोई भी ऐसा कदम न उठाएं जिससे आपको और आपके प्रियजनों को परेशानी का सामना करना पड़े। इन बातों पर गौर करें कि अगर आपके पास और मौका है तो दुगुनी मेहनत कर अगली भर्ती में शामिल होवें, जरूर सफलता मिलेगी। नहीं तो सोच लें कि *भगवान शिव शिवा जी* ने आपको इससे भी बेहतर कार्य के लिए जीवन दिया है। हौसला रखें और ईमानदारी के साथ मेहनत करें। आपकी मेहनत जरूर रंग लायेगी।

लक्ष्य न ओझल होने पाए, कदम मिलाकर चल ।

मंजिल तेरे पग चूमेगी, आज नहीं तो कल ॥

   


     वैसे भी किसी एक छोटी सी हार से अपने हसीन जिन्दगी को समाप्त कर लेना एक बेवकूफी का काम है। अगर हम एक उदाहरण लें, हमारे पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम जी का। वो भी अपने प्रथम प्रयास में असफल होने के बाद अपने जीवन में हार मान लेते तो क्या हमें एक महान वैज्ञानिक और भारत के 11 वें राष्ट्रपति के रूप में मिल पाते ? अवसरों को ढूंढना ही जिंदगी है। कड़ी मेहनत हमेशा रंग लाती है। आज हमारे पास ऐसे कई उदाहरण हैं, जिन्होंने किसी भी मौके को अपना स्वर्णिम अवसर बनाकर जीवन में इतिहास रच डाला। 

     इसलिए अपना कर्तव्य हमेशा ईमानदारी से पूरा करें और सदा अपने आप पर भरोसा रखें। आपकी मनोकामना जरूर पूर्ण होगी।

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🙏🇮🇳 *जय हिन्द*🇮🇳🙏
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शनिवार, 29 अक्टूबर 2022

भारतीय सेना की कुमाऊं रेजिमेंट के लिए क्यों खास है 27 अक्टूबर का दिन ?

Infantry Day या पैदल सेना दिवस  :- हर साल 27 अक्टूबर को देश की पैदल सेना के अभूतपूर्व शौर्य के सम्‍मान में मनाया जाता है. आजादी मिलने के फौरन बाद जम्मू और कश्मीर में भारतीय पैदल सेना के पहले मिलिट्री ऑपरेशन को याद करने के लिए ये दिन मनाया जाता है, जिन्होंने पाकिस्तानी आक्रमणकारियों से भारतीय क्षेत्र की रक्षा की थी. कश्‍मीर को जबरन हथियाने के पाकिस्‍तान के इरादों से भारतीय सेना ने डटकर लोहा लिया था, जिसके सम्‍मान में 27 अक्‍टूबर को पैदल सेना दिवस मनाया जाता है.




क्‍या है इस दिन का इतिहास 
     इस दिन भारतीय सेना की सिख रेजीमेंट की पहली बटालियन और कुमाऊं रेजीमेंट की चौथी बटालियन श्रीनगर एयरबेस पहुंची और लड़ाई में असाधारण साहस और दृढ़ संकल्प दिखाया. उस समय, पाकिस्तानी रेंजरों को रोकने के लिए भारतीय सेना एक दीवार बन गई, जिन्होंने कबायली हमलावरों की मदद से कश्मीर में प्रवेश किया था. पाकिस्तानी आक्रमणकारी श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर की ओर बढ़ रहे थे. लिंक रोड के माध्यम से सैनिकों को भेजने में समय लगता और घाटी पाकिस्तानी आक्रमणकारियों के हाथों में आ जाती. 
     ऐसे में 26 अक्टूबर की रात को एक आपातकालीन बैठक आयोजित की गई और प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सिख रेजीमेंट और कुमाऊं रेजीमेंट को वायुसेना की मदद से सीधे जंग के मैदान में उतारने का फैसला किया. 27 अक्टूबर को तड़के भारतीय वायु सेना के दो विमानों की मदद से सैनिकों के एक हिस्से को एयरलिफ्ट किया गया और शेष को निजी एयरलाइन उड़ानों द्वारा जंग के मैदान में उतार दिया गया. तब से, हर साल पैदल सेना के हजारों सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए इन्फैंट्री दिवस मनाया जाता है, जो ड्यूटी के दौरान शहीद हुए थे.


भारतीय सेना की कुमाऊं रेजिमेंट के लिए क्यों खास है 27 अक्टूबर का दिन ?


1st Heero of the battle field : Major Somnath Sharma, PVC (Posthumous)




     कुमाऊं रेजीमेंट के मेजर सोमनाथ शर्मा, परमवीर चक्र (मरणोपरांत), 4 कुमाऊं रेजीमेंट को उनके अदम्य साहस एवं वीरता और उच्च स्तर की लीडरशिप के लिए ये सम्मान पहली बार भारतीय सेना के इस जाबांज नायक को दिया गया। हर साल 27 अक्टूबर को कुमाऊं रेजीमेंट स्थापना दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
     मेजर सोमनाथ ने अपना सैनिक जीवन 22 फरवरी, 1942 से शुरू किया। जब इन्होंने चौथी कुमाऊं रेजीमेंट में बतौर कमिशंड आफिसर प्रवेश लिया। उनका फौजी कार्यकाल शुरू ही दूसरे विश्व युद्ध के दौरान हुआ और वह मलाया के पास के रण में भेज दिए गए। 26 अक्टूबर, 1947 को जब मेजर सोमनाथ की कंपनी को कश्मीर जाने का आदेश मिला तो उनके बाएं हाथ की हड्डी टूटी हुई थी, बाजू पर प्लास्टर चढ़ा था। वह कुमाऊं रेजीमेंट की चौथी बटालियन की डेल्टा कंपनी के कमांडर थे। साथियों ने रोकने की कोशिश की तो जवाब मिला, 'सैन्य परंपरा के अनुसार जब सिपाही युद्ध में जाता है तो अधिकारी पीछे नहीं रहते हैं।' श्रीनगर के दक्षिण पश्चिम में युद्ध भूमि से करीब 15 किलोमीटर दूर बड़गांव में तीन नवंबर, 1947 को दुश्मनों से लोहा लेते हुए मेजर सोमनाथ शर्मा ने शहादत पाई थी। मेजर ने लगातार छह घंटे तक सैनिकों को लड़ने के लिए उत्साहित किया। यही कारण रहा कि पाकिस्तान को आगे बढ़ने नहीं दिया।
     मेजर सोमनाथ शर्मा नवंबर 1947 में श्रीनगर हवाई अड्डे से पाकिस्तानी हमलावरों को खदेड़ते हुए कश्मीर के बडगाम गाँव में गश्ती दल पर अपने आदमियों का नेतृत्व करते हुए मारे गए थे। उन्हें नवंबर 1950 में मरणोपरांत पहला परमवीर चक्र दिया गया था।
     ब्रिगेड मुख्यालय को भेजे गए अपने अंतिम संदेश में मेजर शर्मा ने कहा, "दुश्मन हमसे केवल 50 गज की दूरी पर है। हम भारी संख्या में हैं। हम विनाशकारी आग में हैं। मैं एक इंच भी पीछे नहीं हटूंगा, लेकिन आखिरी आदमी और आखिरी गोली तक लडूंगा।" (The enemy is only 50 yards from us. We are heavily outnumbered. We are under devastating fire. I shall not withdraw an inch but will fight to the last man and the last round)

..

     

     नवंबर 1947 में श्रीनगर हवाई अड्डे से पाकिस्तानी हमलावरों को खदेड़ने के दौरान कश्मीर के बडगाम गाँव में गश्त पर अपने सैनिकों का नेतृत्व करते हुए युवा अधिकारी मारा गया था। हिमाचल प्रदेश के दाढ़ गांव के मूल निवासी को उनकी असाधारण बहादुरी के लिए मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
     कुमाऊं, नागा रेजीमेंट का गौरवशाली इतिहास स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। देश को पहला परमवीर चक्र दिलाने एवं तीन थल सेनाध्यक्ष देने सहित तमाम उपलब्धियां रेजीमेंट के नाम हैं। विभिन्न युद्ध-ऑपरेशनों में रेजीमेंट ने अग्रिम मोर्चों पर रहते हुए साहस, शौर्य व पराक्रम की इबारत लिखी। कुमाऊं रेजीमेंट ने रानीखेत में नागा रेजीमेंट को खड़ा कर नागालैंड वासियों का दिल भी जीता। वर्तमान में देश के विभिन्न हिस्सों में तैनात रेजीमेंट की 21 से अधिक बटालियनें देश और सीमाओं की रक्षा में जुटीं हैं।



     

     कहा जाता है कि कुमाऊं रेजीमेंट की उत्पत्ति हैदराबाद में 1788 में नवाब सलावत खां की रेजीमेंट के रूप में हुई। 1794 में इसे रेमंट कोर व बाद में निजाम कांटीजेंट का नाम दिया गया। इसमें बरार इंफैंट्री, निजाम आर्मी व रसेल ब्रिगेड को मिलाकर हैदराबाद कांटीजैंट बनाई गई। 1903 में इस बल का भारतीय सेना में विलय हुआ। 1922 में पुनर्गठन करके इसे हैदराबाद रेजीमेंट व 27 अक्टूबर 1945 को 'द कुमाऊं रेजीमेंट' का नाम दिया गया और रानीखेत में कुमाऊं रेजीमेंट सेंटर की स्थापना हुई। 4 कुमाऊं रेजीमेंट की डेल्टा कंपनी ने 1948 में कश्मीर के बडगाम में मेजर सोमनाथ शर्मा के नेतृत्व में वीरता के झंडे गाड़े। इस ऑपरेशन में अदम्य साहस का परिचय देते हुए मेजर सोमनाथ ने पाकिस्तानी कबायली हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए दुश्मनों के दांत खट्टे कर दिए। मरणोपरांत उन्हें देश का पहला परमवीर चक्र मिला। 1962 में लद्दाख व नेफा क्षेत्र में 13 कुमाऊं रेजीमेंट की चार्ली कंपनी ने मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में चीनी सेना के हौंसले पस्त किए, शैतान सिंह के पराक्रम व वीरता के लिए उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से नवाजा गया। 1965 व 1971 के युद्धों सहित वर्तमान तक के तमाम युद्ध-ऑपरेशनों में कुमाऊं रेजीमेंट ने अग्रणी मोर्चों पर रहकर देश की सीमाओं की रक्षा की है।
     इसीलिए हर वर्ष 27 अक्टूबर को भारतीय पैदल सेना और कुमाऊं रेजीमेंट के वीर सैनिकों द्वारा बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।

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रविवार, 16 अक्टूबर 2022

सेना की वर्दी का सपना देखने वाले शुरू करें ये 20 महत्वपूर्ण कार्य #Uniform Lovers make their habit #Indian Army Lovers

लक्ष्य न ओझल होने पाए, कदम मिलाकर चल ।

मंजिल तेरे पग चूमेगी, आज नहीं तो कल ॥

     भारतीय सेना में शामिल होने का सपना देखने वाले युवाओं और युवतियों की हमारे देश में कोई कमी नहीं है। इन्हीं में से ही बहुत से युवा सेना का हिस्सा बनकर देश सेवा में अपना जीवन समर्पित कर देते हैं। लेकिन कुछ युवा फिर भी अपने सपने साकार नहीं कर पाते हैं। हम लोग मेहनत तो बहुत करते हैं बिना अपने लक्ष्य को निर्धारित किए हुए। लेकिन अगर वही मेहनत सही दिशा में अपने goal को ध्यान में रखकर की जाए तो सफलता दूर नहीं होती है।


रिटायरमेंट व्यक्ति के जीवन का कड़वा सच...

आज से ही शुरू कर दें ये छोटे-छोटे 20 महत्वपूर्ण कार्य, जो आपका कैरियर बनाने में काफी मदद करते हैं :-

1  हमेशा घर में अपने माता-पिता जी और बड़े लोगों का आदर एवं सम्मान करें।

2  आप जिस भी धर्म या समुदाय से हैं और जिस भी भगवान जी को मानते हैं उनका हर दिन कम से कम 10 मिनट के लिए स्मरण करें।


3.   रोज एक पन्ना सेना के बारे में अखबार, किताब, इंटरनेट या कोई और माध्यम से जरूर पढें और उसको अपने डायरी या कॉपी में लिख लें। इस अभ्यास से आप लोग सेना के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल कर सकते हैं।


4.   सुबह रोज 4 बजे उठने का नियम बना लें। किसी भी प्रकार के बहाने को स्वीकार ना करें, जैसे आज छुट्टी है आज आराम से उठता हूं या आज बारिश हो रही है आज देर से उठूंगा।


5.   रोज सुबह लगभग 2 किलोमीटर दौड़ने का अभ्यास करें। और ध्यान रहें कि अभ्यास के दौरान पसीना जरूर निकल रहा है।


6.   शरीर में किसी भी प्रकार के टैटू ना बनवाएं। आंखों की एक्सरसाइज करते रहे। ज्यादा देर तक मोबाइल और कंप्यूटर के आगे ना बैठे रहें।


मातृशक्तियों का हमारे जीवन में आशीर्वाद...👇


7  अपने दांतों को रोज सुबह साफ करें और मसूड़ों की मालिश करें। कोई भी चीज खाने के बाद जरूर कुल्ला करें। जिससे आपके दांत हमेशा स्वस्थ रहेंगे।


8.   हमेशा पढ़ाई मन लगाकर करें। पढ़ाई में किसी भी प्रकार की शंका को संबंधित गुरु जी से जरूर पूछें और फाइनल परीक्षाओं में अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण होवें।


9.   हमेशा अपनी गलती को स्वीकारने की आदत बना लें। कभी भी झूठ ना बोलें और ना ही झूठे लोगों का साथ दें।


10.  ईमानदार लोगों की हमेशा प्रसंशा करें। 


11.  स्कूल या कॉलेज में अगर संभव हो तो NCC में जरूर भाग लें।


12.  कोशिश करें कि आप हर गेम को खेल सकते हों। अगर ना भी खेल पाओ तो सभी खेलों का ज्ञान जरूर हो। जैसे कितने खिलाड़ी खेलते हैं और कितने खिलाड़ी रिजर्व में रहते हैं। गेम खेलने के लिए ग्राउंड का मापदंड क्या है ?


प्रथम परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा...


13.  अपने साथियों या जानने वालों से (जो सेना में हैं या रह चुके हैं) सेना के बारे में जानकारी प्राप्त करें। और उनका धन्यवाद भी जरूर करें।


14.  समय से पहले अपने सभी जरूरी दस्तावेजों को बनवा लें और उन्हें संभालकर रखें। ध्यान रहे आपके एजुकेशन सर्टिफिकेट, आधार कार्ड जन्म प्रमाण पत्र, स्थाई निवास प्रमाण पत्र पैन कार्ड आदि में एक ही जैसा नाम हो।


15.  हमेशा वर्दी वालों की दिल से इज्जत करें। और उनको अपना आदर्श मानें।


ये बीवियां भी बिना ट्रेनिंग के आधी फौजी...👇

16.  कोई भी युवा आपके नजदीकी या जानने वालों में से अगर सेना में भर्ती होता है। आप अगर संभव हो तो जरूर बधाई दें और अपने फ्रेंड सर्कल में उनकी सफलता की चर्चा करें।

17.  हमेशा जनरल नॉलेज (सामान्य ज्ञान), बेसिक गणित, जनरल साइंस और लॉजिकल रीजनिंग की प्रैक्टिस करते रहें।

18.  प्रैक्टिस पेपरों को समय के आधार पर अभ्यास करें।

19.  रोज कम से कम 5 से 10 मिनट प्राणायाम करें।

20.  अगर संभव हो तो कभी कभी Pull ups, Zigzak बैलेंस का अभ्यास भी जरूर करें।

   आप लोग अपनी eligibility भारतीय सेना की वेबसाइट  www.joinindianarmy.nic.in पर भी चैक कर सकते हैं। कृपया इन कार्यों को दिल से करके देखिए। आपको एक महीने में ही इसका असर दिखाई पड़ेगा। ध्यान रहे सबसे पहले ये चीजें दूसरों को पता चल जाती हैं क्योंकि वो रोज आपके साथ इंटरैक्ट करते हैं। 


नोट :- इसी प्रकार केन्द्रीय कर्मचारियों और रक्षा पेंशनरों से संबंधित सटीक जानकारी के लिए आप इस लिंक 👉 adhikariarmy.blogspot.com पर क्लिक कर सकते हैं या आप Google पर सीधे adhikariarmy.blogspot.com टाईप कर सकते हैं।

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गुरुवार, 29 सितंबर 2022

ECHS पोर्टल से घर बैठे ले सकते हैं ये सुविधाऐं

जीवन में खुश रहने के लिए भी छोटी छोटी जानकारियां बहुत जरूरी हैं।

   Good News for ECHS Card holders :-

     अगर हम सभी लोग अपने से सम्बन्धित सभी छोटी-छोटी जानकारियों को जानें और उनका अपने जीवन में समय-समय पर इस्तेमाल करें तो इससे हमें खुशियां तो मिलती ही हैं और आत्मविश्वास भी बढ़ता है। इसी क्रम में आज मैं पुर्वसैनिकों, वीरनारियों, उनके आश्रितों और ECHS कार्ड होल्डरों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आया हूं। ECHS (Ex Servicemen Contributory Health Scheme) कार्ड होल्डर घर बैठे अपने फोन, टैबलेट, लैपटॉप या कंप्यूटर सिस्टम के माध्यम से ECHS के पोर्टल से निम्न सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं। लेकिन सबसे पहले आपको ECHS की वेबसाइट https://echs.sourceinfosys.com/ में अपने यूजर आई.डी. और पासवर्ड की मदद से लॉगिन करना होगा :-

1. Temporary Slip :- Temporary स्लिप निकालकर, कार्ड बनने तक अपना ईलाज इस स्लिप के माध्यम से करवा सकते हैं।


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2. Change Mobile Number :- अगर आप अपना और अपने आश्रितों का नया मोबाइल नम्बर दर्ज कराना चाहते हैं तो सभी Ex Servicemen अपना और अपने आश्रितों का मोबाइल नंबर बदल सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि अगर एक्स-सर्विसमैन खुद का मोबाइल नंबर बदलना चाहते हैं तो वो Change Mobile No(Pri) पर क्लिक करें। यदि आश्रितों का मोबाइल नंबर बदलना है तो Change Mobile No (Dep) के ऊपर क्लिक करें।


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3. Change Polyclinic :- अगर Ex सर्विसमैन या उनके आश्रित अभी कोई और पॉलीक्लिनिक के अन्दर रहने लग गए हों तो Ex सर्विसमैन अपना या अपने आश्रितों का पॉलिक्लिनिक बड़ी आसानी से बदल सकते हैं।

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4. Block Cards :- Ex सर्विसमैन या उनके परिजन ECHS कार्ड को निम्न कारणों से बंद करवा सकते हैं :-

(a). डाटा में कोई बदलाव होने के कारण।

(b). 64 KB कार्ड के खो जाने पर।

(c). सदस्य की मृत्यु होने पर।

(d). अगर अब पात्रता नहीं हो तो।

(e). कोई अन्य कारणों से।

5. Reprint loss of 64 KB Card :- 64 KB कार्ड के गुम हो जाने पर कार्ड को दुबारा प्रिंट करवा सकते हैं। लेकिन सबसे पहले कार्ड को ब्लॉक करना होगा।

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6. Change in Data :- अगर किसी भी सदस्य के डाटा में कोई बदलाव होता है तो आप Change in Data में क्लिक करके कर सकते हैं।

7. Change Password/Forget Password :- जैसा हम सभी लोग जानते है कि आज के इस डिजिटल युग में हम सभी घर बैठे सभी प्रकार की टेक्नोलॉजी का फायदा ले रहे है। हमें इस बात का ज्यादा ध्यान देना है कि हमारी डिजिटल सुरक्षा हमेशा बनी हुई है। इसलिए हमें समय-समय पर पासवर्ड को चेंज करते रहना चाहिए। यहां से आप अपना पासवर्ड🔑 चेंज बदल सकते है और अगर पासवर्ड भूल गए हैं तो भी फॉरगेट पासवर्ड में क्लिक करके अपना नया पासवर्ड बना सकते हैं।

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नोट :- इसी प्रकार केन्द्रीय कर्मचारियों और रक्षा पेंशनरों से संबंधित सटीक जानकारी के लिए आप इस लिंक 👉 adhikariarmy.blogspot.com पर क्लिक कर सकते हैं या आप Google पर सीधे adhikariarmy.blogspot.com टाईप कर सकते हैं।

Request:- अगर आप लोगों को इस प्रकार की जानकारी फायदेमंद लगती हो तो कृपया यहां से आप अपने मोबाइल स्क्रीन को डेस्कटॉप साईट पर रखने के लिए दाएं ऊपर तीन बिन्दुओं : पर क्लिक करके Desktop Site पर क्लिक करें और उसके बाद आपके बाएं तरफ सबसे ऊपर Follow के ऑप्शन को क्लिक कर दें ताकि समय समय पर आपको वेलफेयर सम्बंधित latest जानकारी मिलती रहे।

🙏🇮🇳जय हिन्द🇮🇳🙏 

Thank you very much.

मंगलवार, 20 सितंबर 2022

एडमिट कार्ड : किन अग्निवीर बनने वाली लड़कियों को नहीं भेजा जाएगा ?

महिला सशक्तिकरण के पथ में आपका स्वागत है।



     भारत सरकार के अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद पूरे भारतवर्ष में अग्निवीर महिला उम्मीदवारों के लिए रजिस्ट्रेशन लगभग पूरे हो चुके हैं। CMP (Corps of Military Police) में महिला उम्मीदवारों को तैनाती दी जाएगी। कुछ समय बाद भर्ती रैलियां शुरू होने वाली हैं।उससे पहले चुनिंदा महिलाओं को ही एडमिट कार्ड उनके ईमेल के माध्यम से भेजा जाएगा। एडमिट कार्ड 20 सितम्बर 2022 से भेजे जाने शुरू होंगे। CMP में लिमिटेड वैकेंसी होने की वजह से ऑनलाइन रजिस्टर्ड हुए सभी उम्मीदवारों को भर्ती स्थान पर नहीं बुलाया जाएगा। जैसे ही सभी उम्मीदवारों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो जाता है तो उसके बाद एक cut off लिस्ट बनाई जाएगी। इन बिंदुओं के अनुसार लड़कियों का चयन एडमिट कार्ड भेजने के लिए या भर्ती प्रक्रिया में  शामिल करवाने के लिए किया जाएगा :-

1. जिन उम्मीदवारों के 10 वी. कक्षा में टोटल अंक ज्यादा होंगे उनको प्राथमिकता दी जाएगी।
2. अगर ज्यादा उम्मीदवारों के एक समान अंक होंगे तो उनमें जिनकी उम्र ज्यादा होगी उनको वरीयता दी जाएगी।


  जैसा कि आप सभी इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवारों को अच्छी तरह पता है कि आप बिना एडमिट कार्ड के भर्ती रैली में शामिल नहीं हो सकते हैं। आज हम जानते हैं कि किन-किन अग्निवीर बनने वाली लड़कियों का एडमिट कार्ड उनके रजिस्टर्ड मेल आई.डी. पर नहीं भेजा जाएगा और उसके क्या संभावित कारण हो सकते हैं :-

(1). जिन उम्मीदवारों के 10 वीं कक्षा में टोटल अंक कम हों।

(2). जिन उम्मीदवारों की उम्र कम हो।

    सभी रजिस्टर्ड उम्मीदवार अपने मोबाईल 📱 नंबर और पर्सनल ई-मेल आई.डी. को हमेशा एक्टिव रखें तथा समय-समय पर चैक करते रहें ताकि भर्ती सम्बन्धित जानकारी मिलती रहे 

नोट :- केन्द्रीय कर्मचारियों, पेंशनरों और सैनिक परिवारों के वेलफेयर सम्बन्धित जानकारी हेतू Google में adhikariarmy.blogspot.com 
सीधे टाईप करें।

जय हिन्द।
Thank you very much.



सोमवार, 19 सितंबर 2022

ECHS कॉर्ड होल्डरों के लिए खुशखबरी : 18 साल से ऊपर के आश्रितों का घर बैठे करें ये महत्वपूर्ण काम

संसार के सभी सुखों का आनन्द लेने के लिए सबसे पहले आपके भौतिक शरीर का स्वस्थ होना बहुत जरुरी है। 

     सभी पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों को स्वस्थ रखने के लिए भी सरकार द्वारा ECHS (Ex-Servicemen Contributory Health Scheme) सुविधा का लाभ दिया जाता है। भारत सरकार की तरफ से इसी साल एक पत्र जारी किया गया है जिसमें पूर्व सैनिक और उनकी पत्नी को छोड़कर बाकी सभी 18 साल से अधिक उम्र वाले आश्रितों (ECHS कॉर्ड होल्डरों) को 31 अक्टूबर 2022 तक उनका आय प्रमाण पत्र/फॉर्म 26 AS ECHS की वेबसाईट https://echs.sourceinfosys.com/ पर अपलोड करना अनिवार्य है। नहीं तो उन आश्रितों की मेडिकल सुविधा बंद कर दी जाएगी, जिनका Eligibility Certificate अपलोड नहीं हुआ होगा। 

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     सभी ECHS कॉर्ड होल्डर अपने घर बैठे इस फॉर्म को ऑनलाइन अपलोड कर सकते हैं। यहां बहुत ही आसान तरीके से stepwise कार्यवाही बताई जा रही है। आप मात्र 7 स्टेप्स में ही घर बैठे कुछ ही मिनटों में कर सकते हैं। आप निम्न चरणों को फॉलो करें :-

(1). ECHS Login :- आप सबसे पहले अपने मोबाईल 📱 नंबर और पासवर्ड की सहायता से ECHS की वेबसाईट पर लॉगिन करें।

(2). Eligibility Certificate वाले इस icon में OK को क्लिक करें।

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पेंशन से संबंधित लाभों की गणना ऐसे करें...🌺🌹

(3). अभी आपके स्क्रीन पर आपके परिवार के सभी ECHS कार्ड होल्डरों का नाम दिखाई देगा। आप एक-एक करके उनके नाम के आगे बॉक्स के अंदर ☑️ क्लिक करें।

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(4).
अब आप Are you sure to proceed के OK पर क्लिक करें।

🌹🌷05 मिनट में आज ही अपने मोबाईल से लाईफ सर्टिफिकेट जमा करें.....
https://adhikariarmy.blogspot.com/2023/02/latest-update.html


(5). यहां पर Please Select PAN Availability के डाउन कैप्शन को क्लिक करें।

आप कम्युटेशन लेने के फायदे या नुकसान 👉 यहां से जान सकते हैं 

https://adhikariarmy.blogspot.com/2022/12/financial-management.html


सैनिक परिवार अपने आश्रितों के पहचान पत्र के लिए यहां से आवेदन करें.....

https://adhikariarmy.blogspot.com/2022/06/dependents-identity-card.html

(6). यहां पर तीन option दिखाई देंगे। आपके पास 2 साल के फॉर्म 26 AS हैं तो 1st वाले ऑप्शन पर क्लिक करें। उसके बाद दो साल के फॉर्म 26 AS अलग-अलग अपलोड करें। आपके पास ITR-V की कॉपी हो तो 2nd वाले ऑप्शन पर क्लिक करें और अपलोड करें। अगर पैन कार्ड या फार्म 26 AS/ITR-V नहीं है तो आप 3rd ऑप्शन (No) पर क्लिक करें और उनके आय प्रमाण पत्र की फोटो खींचकर अपलोड करें।

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फौजी बीवियां कैसे निभाती हैं देशभक्ति .....👇

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सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों की सहायता हेतू हेल्पलाइन जारी.....🌹

(7).
और अंत में I Agree, Save Details एवं Accept all Cookies में क्लिक करें। यहां सफलतापूर्वक आपने एक आश्रित का Eligibility Certificate अपलोड कर दिया है । इसी प्रकार अन्य आश्रितों का भी अपलोड करें।

🌹🌷जिन पेंशनरों का स्पर्श नहीं चल रहा है, वो कृपया यहां 👇 से स्पर्श की वेबसाइट खोलें.....


नोट :- केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशन धारकों के वेलफेयर सम्बन्धित सटीक और ताजा जानकारी के लिए आप Google पर सीधे adhikariarmy.blogspot.com टाइप करके भी प्राप्त कर सकते हैं।

Request:- अगर आप लोगों को इस प्रकार की जानकारी फायदेमंद लगती हो तो कृपया यहां से आप अपने मोबाइल स्क्रीन को डेस्कटॉप साईट पर रखने के लिए दाएं ऊपर तीन बिन्दुओं : पर क्लिक करके Desktop Site पर क्लिक करें और उसके बाद आपके बाएं तरफ सबसे ऊपर Follow के ऑप्शन को क्लिक कर दें ताकि समय समय पर आपको वेलफेयर सम्बंधित latest जानकारी मिलती रहे।

जय हिन्द।
Thank you very much.

बुधवार, 14 सितंबर 2022

केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए इसी महीने होगा तोहफे का एलान

     केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी आई है। केंद्र सरकार इसी महीने (सितंबर 2022) में उनके लिए एक शानदार तोहफे का एलान करने वाली है। सभी केन्द्रीय कर्मचारी अपनी सैलरी व पेंशन में बढ़ोतरी का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि दीपावली से पहले सरकार केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों को त्यौहार का गिफ्ट के रूप में तीन माह (जुलाई, अगस्त एवं सितम्बर 2022) DA/DR (महंगाई भत्ते/महंगाई राहत) का एरियर उनके बैंक खातों में डाल देगी। जैसा कि आप अच्छी तरह जानते है केंद्र सरकार एक साल में 2 बार (जनवरी और जुलाई) केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी करती है। जुलाई 2022 से महंगाई भत्ता एवं महंगाई राहत की दर 4 फीसदी फाइनल हो गया है। अब महंगाई भत्ते की दर 34 प्रतिशत से बढ़कर 38 फीसदी हो जायेगा। हालांकि सरकार की तरफ से इसकी आधिकारिक घोषणा होनी अभी बांकी है। 

महंगाई भत्ता और महंगाई राहत के दर की गणना कैसे की जाती है ?

महंगाई भत्ते के दर की गणना बेसिक सैलरी एवं बेसिक पेंशन पर की जाती है। DA/DR की दर AICPI (All India Cunsumer Price Index) के आंकड़ों के आधार पर तय किया जाता है।अगर जुलाई 2022 से DA की गणना करनी हो तो हमें छः महीने (जनवरी 2022 से जून 2022) के AICPI नम्बर चाहिए होते हैं। 

जिन्हें हम labourbureau.gov.in से भी प्राप्त कर सकते हैं।

केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों को हर महीने कितना होगा फायदा ?

अगर केंद्र सरकार DA/DR में 4 % का इजाफा करती है तो केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों की सैलरी व पेंशन में जोरदार बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 25,000 रूपये है तो 4 फीसदी के हिसाब से उनका महंगाई भत्ता 1,000 रूपये हर महीने बढ़कर मिलेगा। जिनकी बेसिक सैलरी 45,000 रूपये है तो 4 % के अनुसार उनका महंगाई भत्ता 1,800 रूपये हर महीने सैलरी में बढ़कर मिलेंगे।
     आप सभी केन्द्रीय कर्मचारी और पेंशनर महंगाई भत्ते एवं महंगाई राहत की सटीक जानकारी Google पर सीधे adhikariarmy.blogspot.com टाइप करके भी प्राप्त कर सकते हैं।

जय हिन्द।
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Happy Infantry Day 2025 #भारतीय सेना एवं पैदल सेना दिवस का योगदान तथा महत्व और 27 अक्टूबर का इतिहास #Infantry Regiment

जानिए,भारतीय सेना में पैदल सेना   दिवस  27 अक्टूबर का इतिहास  तथा  भारतीय सेना की वीरता और ऐतिहासिक जीत और योगदान ( Happy Infantry Day 2025...