क्या होता है सीजफायर, "ऑपरेशन सिंदूर "के दौरान जिस पर राजी हुए 🇮🇳भारत और पाकिस्तान...🌹
🇮🇳 India and Pakistan Ceasefire (Operation Sindoor) : जैसा आप लोग अच्छी तरह जानते हो कि भारत और पाकिस्तान ने युद्ध विराम पर दिनांक 10 मई 2025 को आपसी सहमति जता दी थी। अब दोनों देश सीजफायर के लिए तैयार हो गए। असल, यह एक ऐसा शब्द है, जिसमें शांति निहित होती है। इसका मतलब है युद्ध या संघर्ष का समाप्त होना या थोड़े समय के लिए युद्धविराम होता है। यह एक तरह का समझौता होता है। इसमें अगले आदेश का इंतजार भी होता है। युद्ध विराम या सीजफायर एक ऐसा समझौता है जो किसी निश्चित क्षेत्र में एक निश्चित अवधि के लिए सभी सैन्य गतिविधियों को नियंत्रित या खत्म करता है। इसे एकतरफा घोषित किया जा सकता है, या संघर्ष में शामिल पक्षों के बीच बातचीत के ज़रिए भी किया जा सकता है। कभी-कभी ये काफी छोटी अवधि के लिए भी होता है और कभी लंबे समय तक जारी सीजफायर स्थायी शांति बहाली का रास्ता भी खोलता है।
Why India🇮🇳 Agreed for Ceasefire : ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जब पाकिस्तान ने भारत से गुजारिश की और कहा - आइए दुश्मनी छोड़ते हैं...
भारतीय डी.जी.एम ओ. लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि पाकिस्तान ने भारत से संघर्ष विराम की गुजारिश की थी, जिसके बाद 10 मई 2025 की शाम संघर्ष विराम पर सहमति बनी थी। लेकिन कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन कर दिया।पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम के उल्लंघन के बाद सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी। इस बीच, रविवार को भारत की सेना, नौसेना और वायु सेना के सैन्य महानिदेशकों (डी.जी.एम.ओ.) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें भारत के डी.जी.एम. ओ . लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती और वाइस एडमिरल ए.एन. प्रसाद शामिल हुए। उन्होंने जानकारी दी कि पाकिस्तान ने संघर्ष विराम की गुजारिश की थी।
🇮🇳भारत और पाकिस्तान के डी.जी.एम.ओ. बातचीत को क्यों तैयार हुए ?
डी.जी.एम.ओ. लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि हमारा उद्देश्य आतंकी शिविरों को निशाना बनाना था और बाद की हमारी कार्रवाई सिर्फ पाकिस्तान के उकसावे के जवाब में थी। इस वजह से पाकिस्तान के डी.जी.एम.ओ. से उनकी पहल पर बातचीत की गई। हालांकि, अपेक्षित रूप से पाकिस्तान ने कुछ ही घंटों में संघर्ष विराम का उल्लंघन कर दिया था। संघर्ष विराम का उल्लंघन होने पर सेना के कमांडरों को जवाब देने की खुली छूट दी गई थी।लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा कि मेरी बात पाकिस्तान के डी.जी.एम.ओ. से दिनांक (10 मई 2025) दोपहर 3:35 बजे हुई थी। उन्होंने गुजारिश की कि आइए हम दुश्मनी छोड़ते हैं। बातचीत के बाद दोनों देशों ने 10 मई 2025 शाम 5:00 बजे से एक-दूसरे पर गोलीबारी और हवाई घुसपैठ रोकने पर सहमति जताई। हमने यह भी तय किया कि 12 मई दोपहर 12 बजे फिर से बातचीत करेंगे, ताकि इस समझौते को लंबे समय तक कैसे कायम रखा जाए, उस पर चर्चा हो सके। लेकिन अफसोस की बात है, और जैसा कि उम्मीद थी, पाकिस्तान सेना ने कुछ ही घंटों में इस समझौते का उल्लंघन कर दिया। उन्होंने रात में फिर से सीमा पार और नियंत्रण रेखा (एल.ओ.सी.) पर गोलीबारी की और ड्रोन भेजे। इन उल्लंघनों का हमने सख्त जवाब दिया था।
उन्होंने आगे कहा, आज सुबह हमने पाकिस्तान के डी.जी.एम.ओ. को फिर से हॉटलाइन पर संदेश भेजा और उन्हें इन उल्लंघनों की जानकारी दी। साथ ही यह साफ कहा कि अगर आज रात या आगे फिर से ऐसा हुआ तो हम और भी जोरदार तरीके से जवाब देंगे। थल सेना प्रमुख (सी.ओ.ए.एस.) ने हमारे कमांडरों को पूरी छूट दी है कि अगर पाकिस्तान कोई उल्लंघन करता है, तो तुरंत जवाबी कार्रवाई की जाए। लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा, 'मैं अपने पांच शहीद साथियों और सशस्त्र बलों के भाइयों तथा नागरिकों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में दुखद रूप से अपनी जान गंवा दी। हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। हमने अब तक बहुत संयम बरता है और हमारी कार्रवाई केंद्रित, संतुलित और गैर-उग्र रही है। हालांकि, हमारे नागरिकों की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे का निर्णायक रूप से सामना किया जाएगा।'
Act of War : पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत ने लिया बड़ा फैसला, अब आतंकी हमला हुआ तो...
ऑपरेशन सिंदूर के बाद की भविष्यवाणी...🇮🇳
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India Pakistan Tension :पाकिस्तान से जारी तनाव के बीच भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार के सूत्रों के अनुसार, यदि अब आतंकी हमला होता है तो उसे युद्ध माना जाएगा और उसी हिसाब से भारत जवाब देगा। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा था। लगातार पिछली दो रातों में पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन से हमले करने की कोशिश की थी, जिसे हवा में ही नाकाम कर दिया गया। इस बीच, भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार के फैसले ने साफ कर दिया है कि भारत को अब पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे आतंकी हमले बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होंगे। यदि पाकिस्तान अब भी आतंकी हमलों से बाज नहीं आता है तो फिर भारत उसे युद्ध मानते हुए, उसी हिसाब से निपटेगा। 22 अप्रैल को पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा आतंकी संगठन टीआरएफ ने पहलगाम में आतंकी हमले को अंजाम दिया था। इसमें 26 लोगों की जान चली गई थी, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे। आतंकियों ने भारतीय पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर गोली मारी थी, जिससे देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ काफी गुस्सा था।
भारत ने पाकिस्तान के आतंकी हमले का जवाब देते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया। पाक और पी.ओ.के. में नौ आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक करते हुए 100 से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया था। इसमें जैश-ए-मोहम्मद चीफ मसूद अजहर के परिवार के दस सदस्य भी मारे गए। इसके अलावा, कई अन्य बड़े आतंकियों को भी मार गिराया गया। भारत की कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने गुरुवार की रात जम्मू समेत कई शहरों में 400 तुर्की ड्रोन से हमला बोल दिया था। हालांकि, भारत को इससे ज्यादा नुकसान नहीं हुआ और एयर डिफेंस सिस्टम ने आसमान में ही इन हमलों को नाकाम कर दिया।
शुक्रवार की रात को फिर से पाकिस्तान ने भारत के 26 शहरों पर ड्रोन अटैक किया। इसे भी नाकाम कर दिया गया। पाकिस्तान ने भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। भारत ने भी बीती रात पाकिस्तान के छह एयरबेस को निशाना बनाते उन पर जवाबी कार्रवाई की थी। कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियां में पाकिस्तानी सैन्य अड्डों पर भारतीय लड़ाकू विमानों से हवा से वार करने वाले सटीक हथियारों के जरिए हमला किया गया और यह जवाबी कार्रवाई मुख्य रूप से कमान एवं नियंत्रण केंद्रों, रडार स्थलों और हथियार भंडारण क्षेत्रों पर केंद्रित रही। उन्होंने कहा कि पसरूर और सियालकोट हवाई अड्डे के रडार स्थलों को भी हथियारों से निशाना बनाया गया। इस दौरान, भारत ने सुनिश्चित किया कि इन जवाबी कार्रवाइयों के दौरान न्यूनतम अवांछित क्षति हो।
आपको बता दें कि “भारत इस स्थिति को स्वयं संभालने में पूरी तरह सक्षम था, है और हमेशा रहेगा।”
गौरतलब है कि सीजफायर की घोषणा भारत द्वारा 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पी.ओ.के. के भीतर 9 बड़े आतंकी ठिकानों को नष्ट किए जाने के बाद हुई थी। इस सैन्य कार्रवाई में लश्कर, जैश और हिज्बुल के कई शीर्ष आतंकी मारे गए, जिसमें मसूद अजहर का साला रऊफ असहर भी शामिल था।
भारत-पाक तनाव के चलते बंद भारतीय एयरस्पेस यात्री उड़ानों के लिए खुला...
बिटिया की शादी हेतू सरकार द्वारा जारी विस्तृत निर्देश...
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भारत और पाकिस्तान तनाव के चलते देश में सुरक्षा लिहाजों से जिन 32 एयरपोर्ट्स को बंद रखा गया था। उन पर संचालन शुरू हो गया है। चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भी संचालन शुरू हो गया है। पहलगाम अटैक के बाद चार दिन चले ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को बुरी तरह ध्वस्त कर दिया था। भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए सैन्य संघर्ष के बाद, जिन एयरपोर्ट्स को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था, वे अब फिर से खोले जा चुके हैं। सोमवार दिनांक १२ मई २०१५ को मोहाली स्थित शहीद भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन दोबारा शुरू हो गया। इससे पहले ०७ मई २०२५ को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमले किया था, जिसके बाद दोनों देशों के बीच चार दिन तक सैन्य संघर्ष हुआ था। हालांकि, 10 मई 2025 को दोनों देशों के बीच आपसी सहमति से युद्धविराम हुआ था, हालांकि पाकिस्तान द्वारा इसे कुछ समय के लिए तोड़ा गया, जिसके बाद भारत ने कड़ा बयान जारी किया था।
इस दौरान भारत में 32 एयरपोर्ट्स बंद थे और 25 उड़ान मार्गों को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था। एयरस्पेस पर यह पाबंदियां पहले शनिवार सुबह तक के लिए लागू की गई थीं, लेकिन फिर इन्हें 15 मई 2025 तक सुबह 5:29 बजे तक बढ़ा दिया गया था। अब, इन एयरपोर्ट्स को फिर से खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन एयरपोर्ट्स में आदमपुर, अंबाला, अमृतसर, अवंतीपुर, बठिंडा, भुज, बीकानेर, चंडीगढ़, हलवारा, हिंडन, जैसलमेर, जम्मू, जमनगर, जोधपुर, कांगड़ा, केशोद, किशनगढ़, कुल्लू मनाली, लेह, मुंद्रा, नलिया, पठानकोट, पटियाला, पोरबंदर, राजकोट, सरसावा, शिमला, श्रीनगर, थोईस, उत्तरलाई और लुधियाना शामिल थे।
ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान ने क्या-क्या खोया...?
"हमने वहां आतंकी ढांचे को नष्ट कर दिया था, उनकी हवाई सुरक्षा को नुकसान पहुंचाया और उनके कई एयरबेसों को निशाना बनाया। पिछले चार दिनों में भारतीय सेना ने अच्छा प्रदर्शन किया। पाकिस्तान के जवाबी हमले को ज्यादातर नाकाम कर दिया।"
एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा कि LoC पर कम से कम 35 से 40 पाकिस्तानी जवान मारे गए हैं। इसी सवाल पर राजीव घई ने भी अहम जानकारी दी। उनके मुताबिक भारतीय सेना की कार्रवाई पूरी तरह एक सरप्राइज थी, 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया।
राफेल विमानों ने सफल किया ऑपरेशन सिंदूर, परमाणु संपन्न देश को घर में घुसकर मारा। 19 दिन बाद भारत -पाकिस्तान सीमा पर लौटी शांति, अब भी घर लौटने से डर रहे लोग। भारत के हमले में तबाह हो गया पाकिस्तान का रहीम यार खान एयरबेस, बंद कर दिया गया। पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत ने लिया बड़ा फैसला, अब आतंकी हमला हुआ तो इसे भी युद्ध माना जाएगा।
पी.एम. मोदी के साथ तीनों सेना प्रमुखों की बैठक में CDS अनिल चौहान भी रहे मौजूद। पाकिस्तान ने अवैध गतिविधियां छिपाने के लिए इस्लाम को बनाया मुखौटा, असदुद्दीन ओवैसी ने खूब लताड़ा शांति के लिए भारत उठाए पहला कदम।
ड्रोन हमले नाकाम कर भारत ने PAK के 4 एयरबेसों पर मचाई तबाही। शुक्रवार रात को पाकिस्तान द्वारा किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों का भारत की तरफ से जवाब दिया गया। पाकिस्तान के द्वारा जम्मू-कश्मीर, पंजाब, गुजरात और राजस्थान के कई इलाकों को निशाना बनाने की कोशिश की गई थी। हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात में तनाव अपने चरम पर पहुंच गया था। दोनों देश जंग के मुहाने पर खड़े हो गए थे और सेनाएं लामबंद थी। शुक्रवार की शाम पाकिस्तान ने भारत में 26 जगहों पर हमले की कोशिश की थी। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के एयरबेसों को निशाना बनाया और इसके बाद पाकिस्तान ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था। वही, भारत पर पाकिस्तान की तरफ से फतह-1 मिसाइल दागी गई। जिनको भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया था। PAK के कराची पोर्ट पर हमला करने के लिए तैयार थी हमारी नौसेना।
हमारा काम "टारगेट हिट करना है, लाशें गिनना नहीं...", PAK को हुए नुकसान के सवाल पर बोली भारतीय सेना...
जहां-जहां भारत ने चाहा, वहां-वहां मारा... ये 10 सबूत आसिम मुनीर की सेना की पिटाई की पोल खोल रहे।
100 आतंकी ढेर, 40 PAK सैनिक मरे, 10 पॉइंट्स में समझें ऑपरेशन सिंदूर पर सेना के बड़े खुलासे
'भारतीय सेना ने LoC पर पाक आर्मी के 40 जवानों को मार गिराया', ऑपरेशन सिंदूर पर बोले DGMO
India Pakistan Ceasefire : पाकिस्तान के कितने और कौन से विमान भारतीय सेना ने मार गिराए ?
यह पूछे जाने पर कि कितने पाकिस्तानी विमान मार गिराए गए, एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा, "उनके विमानों को हमारी सीमा में घुसने से रोका गया। निश्चित रूप से, हमने कुछ विमान मार गिराए हैं। निश्चित रूप से, उनकी तरफ भी नुकसान हुआ है, जो हमने पहुंचाया है।"
वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद ने कहा, "22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों की ओर से निर्दोष पर्यटकों पर किए गए कायराना हमलों के बाद, भारतीय नौसेना के वाहक युद्ध समूह, सतही बल, पनडुब्बियों और विमानन परिसंपत्तियों को पूरी तरह से युद्ध की तैयारी के साथ तुरंत समुद्र में तैनात किया गया था। हमने आतंकवादी हमले के 96 घंटों के भीतर अरब सागर में कई हथियारों की फायरिंग के दौरान समुद्र में रणनीति और प्रक्रियाओं का परीक्षण और परिशोधन किया। हमारे बल उत्तरी अरब सागर में निर्णायक और निवारक मुद्रा में पूरी तत्परता और क्षमता के साथ तैनात रहे, ताकि हम अपने चुने हुए समय पर कराची सहित समुद्र और जमीन पर चुनिंदा लक्ष्यों पर हमला कर सकें। भारतीय नौसेना की अग्रिम तैनाती ने पाकिस्तानी नौसेना और वायु इकाइयों को रक्षात्मक मुद्रा में रहने के लिए मजबूर किया, ज्यादातर बंदरगाहों के अंदर या तट के बहुत करीब, जिस पर हमने लगातार नजर रखी। हमारी प्रतिक्रिया पहले दिन से ही संतुलित, आनुपातिक, गैर-उग्र और जिम्मेदार रही। जैसा कि हम कह रहे हैं, भारतीय नौसेना पाकिस्तान की ओर से किसी भी शत्रुतापूर्ण कार्रवाई का निर्णायक रूप से जवाब देने के लिए विश्वसनीय निवारक मुद्रा में समुद्र में तैनात थी।"
हमारा काम लाशों को गिनना नहीं, उसे दुश्मन को करने दें', बोले एयर मार्शल ए.के. भारती...
एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा, "हमने जो भी तरीके और साधन चुने, उनका दुश्मन के ठिकानों पर वांछित असर हुआ। कितने लोग हताहत हुए ? कितने घायल हुए ? हमारा उद्देश्य हताहत करना नहीं था, लेकिन अगर हुए हैं, तो उन्हें गिनना उनका काम है। हमारा काम लक्ष्य को भेदना है, शवों की गिनती करना नहीं।" हमने सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था।
पाकिस्तानी सेना को हुए जान-माल के नुकसान के बारे में पूछे जाने पर डी.जी.एम.ओ. लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, "मैंने नियंत्रण रेखा पर 35 - 40 लोगों के मारे जाने का उल्लेख किया है और कृपया याद रखें कि जब ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था, तो पाकिस्तानी सेना की प्रतिक्रिया भी भारतीय सेना या भारतीय सशस्त्र बलों के बुनियादी ढांचे पर थी। हमारे लक्ष्य आतंकवाद था और बाद में, जब उन्होंने हमारे बुनियादी ढांचे पर हवाई घुसपैठ और हवाई अभियान शुरू किए, तो हमने भारी हथियारों का इस्तेमाल किया और हताहत हुए होंगे, लेकिन उनका अभी भी आकलन किया जा रहा है।" एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा, "8 मई और 9 मई 2025 की रात को, 22:30 बजे से ही, हमारे शहरों पर ड्रोन, मानव रहित हवाई वाहनों का व्यापक हमला हुआ, जो श्रीनगर से शुरू होकर नलिया तक गया। हम तैयार थे और हमारी हवाई रक्षा तैयारियों ने सुनिश्चित किया कि जमीन पर या दुश्मन की ओर से नियोजित किसी भी लक्षित लक्ष्य को कोई नुकसान न पहुंचे। एक संतुलित और संतुलित प्रतिक्रिया में, हमने एक बार फिर लाहौर और गुजरांवाला में सैन्य प्रतिष्ठानों, निगरानी रडार साइटों को निशाना बनाया। ड्रोन हमले सुबह तक जारी रहे, जिनका हमने जवाब दिया। जबकि ड्रोन हमले लाहौर के नजदीक कहीं से किए जा रहे थे, दुश्मन ने अपने नागरिक विमानों को भी लाहौर से उड़ान भरने की अनुमति दे दी थी, न केवल उनके अपने विमान बल्कि अंतर्राष्ट्रीय यात्री विमान भी, जो काफी असंवेदनशील है और हमें अत्यधिक सावधानी बरतनी पड़ी थी।"
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